दिसंबर में बज सकता है नगरीय निकाय चुनाव का बिगुल, फिर पंचायत चुनाव
उप चुनाव कराने के बाद निर्वाचन आयोग तेज करेगा तैयारी
भोपाल। अधिकांश नगरीय निकायों में वार्ड आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद संभव है कि दिसंबर माह में नगरीय निकाय चुनावों का बिगुल बज जाए। प्रदेश में 28 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव सम्पन्न होने के बाद प्रदेश में नगरीय निकायों के चुनाव कराने की तैयारी है। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर दी है। विधानसभा क्षेत्रों में तो हर एक हजार मतदाताओं पर एक मतदान केन्द्र बनाया गया है। लेकिन निकाय चुनावों में 750 मतदाताओं पर मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे। निकाय चुनाव के बाद पंचायत चुनाव कराए जाएंगे।
राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों में कलेक्टरों को निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज करने के निर्देश दिए है। निकाय चुनावों में 28 विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले निकायों को छोड़कर सभी निकायों की मतदाता सूचियां तैयार कर ली गई है। विधानसभा उपचुनाव समाप्त होने के बाद इन क्षेत्रों में भी निकायों की मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया जाएगा। पंद्रह दिन के भीतर यह कार्यवाही कराने की तैयारी है। इस बार निकाय चुनाव और पंचायत चुनावों में भी कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। सभी मतदान केन्द्रों पर सेनेटाईजर, मास्क, दस्ताने, थर्मल स्कैनर सहित अन्य इंतजाम किए जाएंगे। निकाय चुनावों के लिए मतदान केन्द्रों की व्यवस्था करने के लिए सभी कलेक्टरों को कह दिया गया है। इस बार कोई भी मतदान केन्द्र पुलिस थाने, अस्पताल, मंदिर, मस्जिद और कोविड कंटेनमेंट क्षेत्र के भीतर नहीं बनाया जाएगा। निजी भवनों पर भी तब मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे जब शासकीय भवन उपलब्ध नहीं हो। मतदान केन्द्र बनाते समय यह ध्यान रखने को कहा गया है कि किसी भी मतदाता का मतदान के लिए दो किलोमीटर से अधिक की दूरी तय नहीं करना पड़े।