हरतालिका तीज व्रत कर महिलाओं ने कि भगवान गौरीशंकर की पूजा अर्चना
देवास/बरोठा
बरोठा 22 अगस्त -नगर में सभी जगह प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी हरतालिक तीज पर कुमारी और सौभाग्यवती स्त्रियाँ ने गौरी-शंकर की पूजा की , इस व्रत में पूरे दिन निर्जल रह कर पूजन किया जाता है । व्रत से जुड़ी एक मान्यता यह है कि इस व्रत को करने वाली स्त्रियां माता पार्वती के समान ही सुखपूर्वक जीवन निर्वहन कर शिवलोक को जाती हैं।नगर में भी सौभाग्यवती स्त्रियों ने अपने सुहाग को अखण्ड बनाए रखने और अविवाहित युवतियां ने अच्छे वर पाने के लिए हरितालिका तीज का व्रत किया हैं। सभी ने गौरी शंकर का पूजन किया ,व्रत करने वाली स्त्रियां इस दिन सूर्योदय से पूर्व ही उठ कर स्नान कर व्रत प्रारंभ करती है और शाम को पूरा श्रृंगार कर पूजन के लिए केले के पत्तों से मंडप बनाकर रेत एवं मिटटी से गौरी-शंकर की प्रतिमा बनाकर पूजन करती है इसके साथ ही पार्वती जी को सुहाग का सारा सामान चढ़ाती है रात में भजन, कीर्तन करते हुए रात्रि जागरण कर तीन बार आरती करती है इस दिन शिव पार्वती विवाह की कथा सुनाई जाति है ,नगर में अंबिका मंदिर राम मंदिर गोरधन नाथ मंदिर साईं मंदिर आदि कई जगह पर महिलाओं को पंडित द्वारा पूजन करवाकर कथा सुनाई।