वरदान साबित हो रहै है किचन गार्डन
देवास
वैश्विक महामारी ने लोगों के जीने व समस्याओं से दो दो हाथ करना भी सिखाया है । इन गांवों के किसानों ने बताया कि फाउंडेशन के डेवलपमेंट ऑफिसर ज्ञान प्रकाश शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ,देवास के सोनकच्छ ब्लॉक व इंदौर के महू ब्लाक के गांवों में आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने अपने ट्रेनी फार्मर को कुछ तो लोकल लेवल पर सब्जी बीच और उद्यानिकी विभाग द्वारा किचन गार्डन के लिए 6 सब्जियां के बीच किट्स दिलाए थे, पर खेती में व्यस्तता के कारण नहीं लगा पाए थे . अब लोग डाउन के दौरान उन्हें घर पर लगाने के लिए या खेत पर लगाने सुझाव आईसीआईसीआई फाउंडेशन के अधिकारियों द्वारा दिए गए जिनमें से कुछ लोगों ने घर के पास खाली जगह पर लगाए और कुछ ने खेत पर लगाए। लोग डाउन के चलते हमारी किसानों के साथ लगातार बातचीत होती रहती है तो जैसे ही लोकडाउन का सुनने में आया था और हमने सभी किसानों को सूचित कर दिया था कि आप किचन गार्डन के अच्छे से तैयारी कर ले जिसमें खेत का समतलीकरण करके गोबर खाद या वर्मी कंपोस्ट खाद डीकंपोजर साथ ही मिट्टी की शुद्धता के लिए ट्राइकोडरमा उपयोग करने के सुझाव दिए
इस प्रकार से फोन वीडियो कॉलिंग व्हाट्सएप के माध्यम से लगातार बातचीत होती रही सीड कीटस से पहले ही हमने उन्हें विभाग से तालमेल कर प्रोवाइड करवा दिए इस बार उन्हें फोन पर लगातार बातचीत करने पर वह उनसे किचन गार्डन लगवाया गया जिससे कि अब उनके यहां सब्जी लगाना शुरु हो गई जिसमें कुछ किसान अपने घर के उपयोग में ले रहे हैं पास पड़ोस को और बची हुई सब्जी मदद के तौर पर या फिर अपने अनुसार खर्चे के लिए बेच रहे हैं इसे सभी किसान बहुत खुश हैं और उन्हें सब्जियों को लाने का खतरा अन्य परेशानी अभी तक नहीं आई है साथ ही जहर मुक्त सब्जी में कोरोना का कोई डर नही साथ ही ताजी सब्जी का उपयोग कर रहे हैं.
अभी 30 40 किसानों ने यह प्रयोग किया है इनमें से कुछ किसान उदाहरण भी बने हैं जिनमें से
जसवंत यादव
चेतन यादव
अर्जुन यादव
सतीश पाटीदार
बंटी परसावदिया
मोहन पाटीदार
राकेश चौधरी
कमल चौधरी
किसानों ने अपने गांव और आसपास के क्षेत्रों में सीधे से खेत से सीधे 500 ग्राम और 1 किलो की पैकिंग करके औसतन 3000/- सब्जी प्रति सप्ताह बेची जिन्होंने अच्छा कार्य किया उन्हें घर खर्च चलाने में भी कोई समस्या नहीं आई आस-पास के गांव में किचन गार्डन वरदान साबित हो रहे हैं