मप्र पटवारी संघ मांगो लेकर सभा आयोजित कर निकाली विरोध प्रदर्शन रैली, सौंपा स्मरण पत्र
-आंदोलन में जिलेभर के पटवारी हुए शामिल, मांगे पूर्ण नही होने पर 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल
देवास। मप्र पटवारी संघ द्वारा प्रदेश आव्हान पर समस्त जिलो में रैली निकालकर जिला कलेक्टर को स्मरण पत्र भेंट किया गया। इसी अनुसार देवास में भी उक्त आंदोलन हुआ, जिसमें जिलेभर के पटवारियों ने हिस्सा लिया। संघ जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र चौबे ने बताया कि पटवारी संवर्ग की कई वर्षो से लंबित न्यायोचित मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा अनुसार शासन का ध्यान आकर्षण कराने हेतु मंगलवार को समस्त पटवारी मल्हार स्मृति मंदिर में एकत्रित हुए। जहां सभा आयोजित की गई। सभा में संघ के पदाधिकारियों, जिला अध्यक्ष सहित तहसील अध्यक्षों ने अपने वक्तव्य दिए। सभा पश्चात रैली प्रारंभ हुई जो तहसील चौराहा, गोया, एबी रोड होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंची। जहां कलेक्टर को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव मप्र शासन, आयुक्त भोपाल, राजस्व मंत्री एवं प्रमुख सचिव के नाम जिला कलेक्टर को स्मरण पत्र सौंपा गया।
जिलाध्यक्ष चौबे ने बताया कि पटवारी संवर्ग निरंतर किसानों व शासन के मध्य कड़ी के रूप में कार्य कर शासन की अधिकांश योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर रहा है। अन्य संसाधनों के बावजूद पटवारी शासन व किसान हित के प्रति दृढ़ संकल्पित होकर विभिन्न प्रकार के तकनीकी सॉफ्टवेयर, मोबाइल ऐप, वेब पोर्टल टीएसएम मशीन, तकनीकी उपकरणों आदि पर तकनीकी व विभागीय कार्यों का कुशल संपादन कर रहा है। साथ ही शासन के 56 विभाग का कार्य कर रहा है जिससे कृषकों में शासन की उज्जवल छवि निर्मित होकर उनका आर्थिक सामाजिक सशक्ति करण होने के साथ ही प्रदेश राजस्व विभाग को भारत सरकार द्वारा निरंतर सम्मान प्राप्त हो रहा है। हमारी मांगो को लेकर शासन द्वारा विगत कई वर्षों से केवल आश्वासन ही दिया जाता रहा है, किंतु कोई मांग पूर्ण नहीं की गई। जिससे प्रदेश के पटवारियों में निराशा का भाव होकर मनोबल प्रभावित हो रहा है। पटवारियों की मांग है कि में ग्रेड पे को 2800 करते हुए समयमान वेतनमान विसंगति को दूर की जाने की मांग की है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व मंत्री द्वारा भी पटवारियों का वेतनमान 5200-20200 2800 ग्रेड पे किये जाने के लिए वर्ष 2019 में लिखित आश्वासन पत्र दिया गया है किंतु अभी तक उक्त वेतनमान स्वीकृत नहीं हुआ है। पटवारियों की दूसरी मांग है कि उन्हें उनके ग्रह जिले में पदस्थ किया जाए जिससे वे अपने पारिवारिक दायित्वों का पालन कर सके। उनकी तीसरी मांग है कि नवनियुक्त पटवारियों के लिए सीपीसीटी की अनिवार्यता संबंधी नियम को समाप्त किया जाए। यदि समय रहते मांगे पूरी नही हुई जिलेभर के पटवारी 10 अगस्त से अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल पर चले जायेंगे। इस आंदोलन में पटवारी संघ के समस्त तहसील अध्यक्ष, वरिष्ठ पटवारी, युवा पटवारी, महिला पटवारी सहित जिलेभर के पटवारियो ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।