भाजपा के 35 से ज्यादा जिलाध्यक्षों की जा सकती है कुर्सी
भोपाल । नीमच से हेमंत हरित यादव मंदसौर से राजेंद्र सुराना की जगह नये चेहरो की तासपोसी होगी होगी होशंगाबाद के हरिशंकर जायसवाल दो बार जिलाध्यक्ष रह चुके हैं, उम्रबंधन के भी दायरे में हैं। हरदा के अमरसिंह मीणा और रायसेन में संगठन की निष्क्रियता के चलते धर्मेंद्र चौहान को बदला जाएगा। विदिशा के राकेश सिंह जादौन से पार्टी खफा है। आलीराजपुर के किशोर शाह लगातार पार्टी की पराजय के कारण हटाए जाएंगे। सागर में भी प्रभुदयाल पटेल पर लचर कार्यपद्धति और ढीलेपन के कारण नया चेहरा तलाशा जा रहा है। ग्वालियर में देवेश शर्मा की उम्र के कारण छुट्टी होगी, शिवपुरी में वीरेंद्र रघुवंशी, श्योपुर के गोपाल आचार्य, मुरैना के केदार सिंह यादव का नाम भी फिलहाल परिवर्तन की सूची में शामिल है। पन्ना के सदानंद गौतम दो बार जिलाध्यक्ष रहने के कारण बदले जा रहे हैं। रीवा में विद्याप्रकाश श्रीवास्तव उम्र के फार्मूले के कारण बाहर हो रहे हैं। सीधी में डॉ. राजेश मिश्रा 55 पार की श्रेणी में हैं। कटनी जिलाध्यक्ष पीतांबर टोपनानी पर भी तलवार लटक रही है। मंडला के जिलाध्यक्ष रतन ठाकुर की जगह भी नए चेहरे की ताजपोशी की तैयारी चल रही है। बालाघाट में नरेंद्र रंगलानी को बदले जाने की चर्चा है। छिंदवाड़ा में नरेंद्र राजू परमार की जगह आदिवासी चेहरे को जिले की कमान सौंपी जा सकती है। इंदौर में गोपीकृष्ण नेमा भी उम्र के दायरे के कारण हटाए जाएंगे। खंडवा के हरीश कोटवाले को दो बार अध्यक्ष बनने के कारण हटाया जाएगा। रतलाम के राजेंद्र सिंह लूनेरा, खरगोन में परसराम चौहान, बड़वानी में ओम खंडेलवाल, धार में डॉ. राज वरफा, आगर-मालवा के दिलीप सखलेचा, शाजापुर के नरेंद्र सिंह बैस, देवास के नंदकिशोर पाटीदार की जगह भी नए चेहरों को जिलाध्यक्ष बनाया जाएगा। इनके अलावा भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन सहित ग्रामीण जिलाध्यक्षों को अलग-अलग बदलने की तैयारी है।