इंदौर. भय्यू महाराज आत्महत्या केस की सबसे अहम कड़ी और उनका खास सेवादार विनायक महीनों तक पुलिस की चकमा देने के बाद गुरुवार को इंदौर पहुंच गया। वह करीब 24 घंटे तक शहर में रहा पर पुलिस को भनक भी नहीं लगी। आखिरकार शुक्रवार शाम 7 बजे वह खुद सीएसपी आजाद नगर के ऑफिस पहुंचा और बयान दर्ज कराए। इंदौर से लेकर महाराष्ट्र तक में उसे दिन-रात खोज रही पुलिस को वह कहीं नहीं मिला। उसने बताया कि वह धमकियों से डरकर रालेगण सिद्धि के पास गांव लुनी हवेली चला गया था। पुलिस का दावा है, वह उसके गांव भी गई लेकिन तब जब वह वहां से निकल चुका था। इस पूरे घटनाक्रम से पुलिस की जांच पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। तीन घंटे की लंबी पूछताछ करने के बाद भी सीएसपी आगम जैन का कहना है कि विनायक जानकारी नहीं दे रहा है।