बरोठा मंडी व्यापारियों का भ्रष्टाचार चरम पर
बरोठा :- कृषि उपज मंडी बरोठा में व्यापारियों द्वारा भ्रष्टाचार कर मनमानी की जा रही हैं जिससे किसान काफी परेशान हैं किसान मांगीलाल हरिराम ने बताया कि बारिश के कारण मेरी फसल खराब हो गई उक्त फसल को जब मैं बरोठा उप मंडी में बिक्री के लिए लाया तो व्यापारियों ने मात्र ₹300 प्रति क्विंटल की बोली लगाई और कहा कि इससे ज्यादा बोली नहीं लग सकती इस प्रकार बरोठा मंडी में व्यापारियों की मनमानी की जा रही हैं उस फसल को किसान द्वारा व्यापारियों को ना देते हुए पत्रकार वार्ता में बताया कि इससे अच्छा तो मैं इस फसल को अपने जानवरों को खिला दूंगा लेकिन व्यापारियों को नहीं दूंगा किसान अपनी फसल वापस घर ले जाने को मजबूर हुआ क्योंकि मंडी में सरकारी कर्मचारी बोली ना लगाते हुए व्यापारी स्वयं उपज की बोली लगाते हैं जिससे सीधा सीधा नुकसान किसान का है साथ ही दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के द्वारा बिल्टी प्रदान की जा रही हैं साथ ही व्यापारियों के द्वारा सभी सैड पर अपना माल रखा गया है एवं यदि किसान अपना माल मंडी में ले जाते हैं तो नीचे रोड पर डालना पड़ता है मंडी अधिकारी के दौरे के बाद भी व्यापारियों के द्वारा किसानों के सेट खाली नहीं किया गया भारतीय किसान संघ के दिनेश चौधरी सत्यनारायण पटेल सर्वेश केलवा मनोहर आदि ने कहा कि यदि सरकारी कर्मचारी के द्वारा किसानों की उपज की बोली लगाई जाती है तो किसान को उससे फायदा होगा यदि बरोठा मंडी में अधिकारी कर्मचारियों द्वारा जल्द समाधान समस्याओं का नहीं किया गया तो भारतीय किसान संघ द्वारा बरोठा मंडी अधिकारी कर्मचारी एवं व्यापारियों के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा क्योंकि मंडी सचिव को इन समस्याओं से अवगत करवा दिया गया है लेकिन मंडी सचिव द्वारा इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है इससे यह लगता है की मंडी अधिकारी कर्मचारी एवं व्यापारियों की मिलीभगत से बरोठा उप मंडी में व्यापारियों द्वारा किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है