*पुलिस महानिदेशक द्वारा उप निरीक्षक राधेश्याम वर्मा को “के.एफ.रूस्तमजी” पुरस्कार से सम्मानित किया गया* ।
*पुलिस अधीक्षक देवास एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने दी शुभकामनाएं।*
थाना पीपलरवां के अपराध क्रमांक 133/2014 धारा 363,366 भादवि के तहत ग्राम मुण्डलादांगी में दिनांक 12.05.2014 को 03 नाबालिग बालिकाओं उम्र 5 एवं 8 वर्ष का अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था । इस घटना के बाद से पुलिस टीम द्वारा लगातार बच्चियों की तलाश हेतु विशेष प्रयास किए गए । वर्ष 2014 से लगातार बच्चियों की पतारसी के लिए मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और गुजरात राज्यों में सघन अभियान चलाया गया । इन राज्यों में पोस्टर चस्पा करने और सूचना जुटाने के हरसंभव प्रयास किए गए लेकिन प्रारंभिक चरण में कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई । वर्ष 2021 में बच्चियों की पतारसी के लिए एक विशेष टीम गठित की गई । इस टीम ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया । उप निरीक्षक राधेश्याम वर्मा और उनकी टीम की सूझबूझ से 07 वर्षों के बाद 03 नाबालिग बालिकाओं में से 02 बालिकाओं को भीलवाड़ा,राजस्थान और 01 बालिका को नागपुर,महाराष्ट्र से सकुशल दस्तयाब किया गया । दस्तयाब की गई बालिकाओं को उनके माता-पिता के सुपुर्द किया गया । 07 साल बाद अपनी बच्चियों को पाकर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा ।
*इस उत्कृष्ट कार्य के लिए मध्यप्रदेश पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना द्वारा उप निरीक्षक श्री राधेश्याम वर्मा को विशिष्ट श्रैणी के “के.एफ.रूस्तमजी” पुरस्कार से सम्मानित किया गया । उप निरीक्षक राधेश्याम वर्मा और उनकी टीम के अथक प्रयास और समर्पण ने न केवल बच्चियों को सुरक्षित घर पहुँचाया बल्कि पुलिस विभाग की सकारात्मक छवि को और मजबूत किया है* ।
*पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा श्री राधेश्याम वर्मा को “के.एफ.रूस्तमजी” पुरस्कार से सम्मानित होने पर देवास पुलिस परिवार की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित की गई एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई* ।