दिल्ली। मुंबई मुख्यालय वाली प्रताप सहकारी बैंक (पीसीओबी) ने पिछले 10 सालों से शून्य एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां या फंसा हुआ कर्ज) का रिकाॅर्ड बनाया है, जिसके लिए महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक एसोसिएशन लिमिटेड. (एमएससीबीएएल) ने इसे पिछले वित्त वर्ष के लिए 23वें पुरस्कार से सम्मानित किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। पीसीओबी के अध्यक्ष सीके सिंह ने बताया, “हमें 100 करोड़ रुपए से 500 करोड़ रुपए जमा श्रेणी में वित्तवर्ष 2017-18 के लिए ‘पद्मभूषण वसंतदादा पाटील पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है।” चार फरवरी को प्रदान किए जाएंगे पुरुस्कार एमएससीबीएएल के अधिकारी ने बताया कि इस पुरस्कार समेत अन्य श्रेणी के पुरस्कार मुंबई में चार फरवरी को एक समारोह में प्रदान किए जाएंगे, जिसमें राज्य सहकारी मंत्री सुभाष देशमुख, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार समेत अन्य लोग उपस्थित रहेंगे। इन बैंकों को मिलेगा पुरुस्कार इस श्रेणी में पुरस्कार विजेता अन्य बैंकों चिपलुण शहरी सहकारी बैंक लिमिटेड रत्नागिरी, अन्नासाहेब सावंत शहरी सहकारी बैंक लि. रायगढ़, बाबासाहेब देशमुख सहकारी बैंक लिमिटेड सांगली, संगमनेर मर्चेट्स सहकारी बैंक लिमिटेड और रुकमिनी सहकारी बैंक लिमिटेड (दोनों अहमदनगर), नांदेड़ मर्चेट्स सहकारी बैंक लिमिटेड नांदेड़ और महात्मा फुले शहरी सहकारी बैंक लिमिटेड अमरावती के नाम हैं। 500 से 1000 करोड़ रुपए की श्रेणी में आए ये बैंक 500 करोड़ रुपए से 1000 करोड़ रुपए की शीर्ष श्रेणी में सतारा सहकारी बैंक लिमिटेड मुंबई, वसई जनता सहकारी बैंक लिमिटेड पालघर, श्री महालक्ष्मी सहकारी बैंक लिमिटेड कोल्हापुर, हस्ती सहकारी बैंक लिमिटेड धुले, श्री छत्रपति राजर्षि साहू शहरी सहकारी बैंक लिमिटेड बीड, सुंदरलाल सावजी शहरी सहकारी बैंक लिमिटेड परभणी, अरविन्द सहकारी बैंक लिमिटेड नागपुर और खामगांव शहरी सहकारी बैंक लिमिटेड बुलढाणा विजेता बैंक रहे।