जिले में हो रही माडल एवं रेज्ड बेड तकनीकी खेती- राजपूत
देवास। खेती की आयु को दो गुना करने के लिये जिले के मप्र राज्य सिंहस्थ युवा कृषक पुरूस्कार से सम्मानित किसान ने माडल खेती के लिये किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन करने के लिये लहसून, प्याज, आलू, गेहूँ, मेथी, चना सभी खेती के लिये थोड़ी-थोड़ी फसल में माडल खेती एवं रेज्ड बेड तकनीकी खेती की शुरूआत करने का आग्रह किया है। श्री राजपूत ने बताया कि अधिकतर किसान एक फसल पर निर्भर रहता है तो वह घाटे में चला जाता है, इसलिये श्री राजपूत ने किसानों से आग्रह किया है कि किसान सभी तरह की फसलें थोड़ी-थोड़ी उत्पादित करें, जिससे भाव भी अच्छा मिल पायेगा और किसान की आय भी दौगुनी होगी। जिले में कई किसान दोनों पद्धतियों को भी अपना रहे है। वर्ष 2019-20 में कृषि विभाग के उपसंचालक नीलम चौहान, भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. मोहम्मद अब्बास, नीरज सांवलिया, एचएस परमार, जेपी शर्मा, एके दीक्षित आदि के संपर्क में आने पर उनके द्वारा रेज्ड बेड तकनीकी अपनाने हेतु सलाह दी जा रही है। जिले में राजपूत ने माडल खेती की शुरूआत की। रेज्ड बेड चना, प्याज, लहसून, आलू, मैथी, धनिया, गेहूं आदि फसलों के बारे में बताया और दूरदर्शन के माध्यम से माडल खेती एवं रेज्ड बेड के बारे में जिले के किसानों को प्रेरित किया।