जिले में जनजाति वर्ग के किसानों को बांस लगाने के लिए प्रोत्साहित कर बढाया जा रहा है बांस का रकबा
देवास जिले में बांस की उपलब्धता बढाने के लिए लगाये जा रहे है बांस
देवास 11 नवम्बर 2021/ एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत देवास जिले का चयन बांस उत्पादन के लिए किया गया है। जिले में बांस की उपलब्धता बढाने के लिए जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के तहत बांस लगाये जा रहे है। इसके तहत वन परिक्षेत्र खातेगांव वनमण्डल देवास द्वारा ग्राम औकारा में 20 हैक्टयर रकबा में 12 हजार 500 बांस के पौधे लगाये। जिले में जनजाति वर्ग के किसानों को बांस लगाने के लिए प्रोत्साहित कर बांस उत्पादन का रकबा बढाया जा रहा है। बांस से विभिन्न प्रकार की सामग्रियां बनाई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में जनजाति वर्ग के किसान बांस उत्पादन कर लाभ कमा रहे है।
आज के समय में बांस हमारी दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली कई वस्तुओं का स्थान ले रहा है। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने में हमारी सहायता कर रहा है। प्लास्टिक के उपयोग को कम खत्म करने के लिए बांस द्वारा बनाई गई चीजों का उपयोग बढ़ रहा है। आज के समय में बांस के पानी की बोतले, बहुत अच्छे फर्नीचर, हस्तकला वस्तुएं, समान ले जाने के लिए बैग भी बनाये जा रहे है।
कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा जिले में बांस के प्रोडक्ट को लेकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिससे कि जिले में ज्यादा से ज्यादा लोग बांस के उद्योग से जुड़कर अपनी आय का साधन बनाएं।
देवास में नवरात्रि पर आने वाले भक्तों को बांस से निर्मित डिब्बो में प्रसाद दिया गया। माता की टेकरी पर बांस के डिब्बों का उपयोग शुरू किया गया। जोकि नवरात्रि में काफी सफल रहा। बांस के डिब्बे का घर पर लंबे समय तक उपयोग कर सकते हैं। अपने किचन में सौंदर्य प्रसाधन में उपयोग में ले सकते हैं। इससे जिले में बांस से बने प्रोडक्ट चलन में आएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को बांस के माध्यम से रोजगार मिलेगा।