जानिए कौन थे वे पूर्व प्रधानमंत्री, जो लाल किले से तिरंगा नहीं फहरा सके…
नईदिल्ली।। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सातवीं बार तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ऐसा करने के साथ ही देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पीछे छोड़ दिया। लेकिन देश के दो पूर्व प्रधानमंत्री ऐसे भी रहे हैं जो लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराने में नाकामयाब रहे।
देश के आंकड़ों पर नज़र डालें तो इतिहास हमें बताता है कि अटल बिहारी वाजपेयी पहले गैर- कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने लाल किले से 6 बार तिरंगा फहराया । अब पीएम मोदी इस मामले में अटल बिहारी वाजपेयी से आगे निकल गए हैं और यह अपने नाम यह रिकॉर्ड कर लिया है। वहीं ,सबसे ज्यादा बार लाल किले से तिरंगा फहराने की बात करें तो यह रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम है।उन्होंने सबसे ज्यादा 17 बार ऐसा किया था। वहीं दूसरे नंबर पर इंदिरा गांधी हैं उन्होंने 16 बार ऐसा किया था । तीसरे नंबर पर मनमोहन सिंह का नाम आता है उन्होंने 10 बार ऐसा किया है। चौथे नंबर पर इस सूची में नरेंद्र मोदी हैं उन्होंने सात बार ऐसा किया था। इसके अलावा राजीव गांधी ने पांच बार लाल किले से तिरंगा फहराया।
इन सब के बीच भारतीय इतिहास के पन्ने पलटने पर दो ऐसे प्रधानमंत्रियों का भी नाम सामने आता है जो प्रधानमंत्री की कुर्सी पर तो बैठे लेकिन उन्हें अपने कार्यकाल में लाल किले से झंडा फहराने का मौका नहीं मिला। इसमें पहला नाम गुलजारीलाल नंदा का है। वह दो बार 13-13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने।पहली बार वह 27 मई से 9 जून 1964 तक प्रधानमंत्री रहे, दूसरी बार 11 जनवरी से 24 जनवरी 1966 तक वह पीएम की कुर्सी पर बैठे, इस दौरान वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे। वहीं, इस लिस्ट में दूसरा नाम चंद्रशेखर का है। वह 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक करीब 8 महीनों तक प्रधानमंत्री पद पर काबिज रहे, लेकिन इस दौरान उन्हें भी तिरंगा फहराने का अवसर नहीं प्राप्त हुआ।